मुक्त और दूरस्थ शिक्षा प्रणाली में शिक्षार्थी सहायता सबसे अधिक
महत्वपूर्ण होती है। विद्यार्थी सहायता सेवाएं (वि.स.से.) विभाग
शिक्षार्थियों को उनकी पढ़ाई और संबंधित मामलों में सहायता प्रदान
करने के लिए उत्तरदायी है। एनआईओएस के विद्यार्थी सहायता सेवाएं
विभाग के प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं :
- विद्यार्थी नामांकन और पंजीकरण से संबंधित नीति, निर्माण और
नियोजन
- एनआईओएस कार्यक्रम का प्रचार और प्रसार
- देश भर में फैले मान्यता प्राप्त और सुप्रसिद्ध शैक्षिक
संस्थाओं में से प्रत्यायन के लिए अध्ययन केंद्रों का निर्धारण और
स्थापना जिससे देश भर में प्रत्यायित संस्थाओं (एआई), प्रत्यायित
व्यावसायिक संस्थाओं (एवीआई) और प्रत्यायित एजेंसियों (एए) का एक
नेटवर्क तैयार किया जाता है।
- एनआईओएस का माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षार्थियों का
नामांकन और पंजीकरण
- अध्ययन केंद्रों के कार्यों और व्यक्तिगत संपर्क कार्यक्रम के
आयोजन की मॉनीटरिंग
- शिक्षक अंकित मूल्यांकन कार्यों (टीएमए) द्वारा शिक्षार्थियों के
सतत मूल्यांकन के लिए नीति निर्माण
- शिक्षार्थियों को समय पर प्रभावी सहायता के लिए क्षेत्रीय
केंद्रों के साथ समन्वयन
- शिक्षार्थियों की समस्याओं और शिकायतों का निवारण
परिचय
मुक्त और दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत शिक्षार्थी सहायता
अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रकार शिक्षार्थियों के लिए विविध रूप
में सहायता प्रदान की जाती है :
- समय पर और उपयुक्त शैक्षिक सहायता प्रदान कर शिक्षार्थियों की
सहायता
- अध्ययन केंद्रों और अधिगम केंद्रों के माध्यम से शिक्षार्थियों
की समस्याओं के समाधान में सहायता
- अध्ययन केंद्रों की स्थापना कार्यों और प्रवधान में समन्वयन और
मॉनीटरिंग
कार्य
एनआईओएस के विद्यार्थी सहायता सेवाओं (वि.स.से.) विभाग के मुख्य
कार्य इस प्रकार हैं:
- विद्यार्थी नामांकन और पंजीकरण से संबंधित नीति, निर्माण और
नियोजन
- एनआईओएस कार्यक्रम का प्रचार और प्रसार
- देश भर में फैले मान्यता प्राप्त और सुप्रसिद्ध शैक्षिक
संस्थाओं में से प्रत्यायन के लिए अध्ययन केंद्रों का निर्धारण और
स्थापना जिससे देश भर में प्रत्यायित संस्थाओं (एआई) का एक नेटवर्क
तैयार किया जाता है।
- एनआईओएस का माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षार्थियों का
नामांकन और पंजीकरण
- अध्ययन केंद्रों के कार्यों और व्यक्तिगत संपर्क कार्यक्रम के
आयोजन की मॉनीटरिंग
- शिक्षक अंकित मूल्यांकन कार्यों (टीएमए) द्वारा शिक्षार्थियों के
सतत मूल्यांकन के लिए नीति निर्माण
- शिक्षार्थियों को समय पर प्रभावी सहायता के लिए क्षेत्रीय
केंद्रों के साथ समन्वयन
- शिक्षार्थियों की समस्याओं और शिकायतों का निवारण
संस्थाओं का प्रत्यायन
एनआईओएस एक मुक्त और दूरस्थ शिक्षा के संस्थान के रूप में
शिक्षार्थी को प्रवेश लेने के समय से पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा
करने के समय तक, विभिन्न रूप में नियोजित मानव सहायता प्रदान करता
है। एनआईओएस सहभागी संस्थाओं के रूप में संस्थाओं को प्रत्यायित
करके सेवाएं प्रदान करने के लिए मौजूदा उपलब्ध संसाधनों का उपयोग
करता है। इस प्रकार की सहभागी संस्थाएं प्रत्यायित संस्थाएं (एआई)
कहलाती हैं जो देश भर में फैली हुई हैं। ये एआई जो अध्ययन केंद्रों
के रूप में कार्य करती हैं सामान्यत: औपचारिक विद्यालय होते हैं जो
सीबीएसई, आईसीएससीई और राज्य बोर्डों से मान्यता प्राप्त और संबद्ध
होते हैं अथवा सुविधावंचित और भिन्न रूप से सक्षम शिक्षार्थियों की
सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों में कार्यरत सुविख्यात एजेंसियां हैं।
एआई एनआईओएस को उसके विभिन्न कार्यों में सहायता प्रदान करते हैं।
उपलब्ध संरचनागत सुविधाओं और मौजूदा संस्थाओं की प्रकृति के आधार पर
शैक्षिक पाठ्यक्रमों के लिए एआई तीन भागों में वर्गीकृत हैं :
- वर्ग - क : बहुत अच्छी संरचनात्मक सुविधाओं
वाली जो अधिकाधिक 500 शिक्षार्थियों को नामांकन कर सकती हैं।
- वर्ग - ख : एआई 300 शिक्षार्थियों तक नामांकन कर
सकती है
- वर्ग - ग : अधिकतम 150 शिक्षार्थियों को नामांकन
करने की अनुमति है।
एनआईओएस क्षेत्रीय माध्यमों जैसे मराठी, तेलुगु, गुजराती, मलयालम,
ओडि़या और उर्दू के लिए भी प्रत्यायित संस्थाएं स्थापित करता है।
एनआईओएस के एआई के रूप में कार्य करने हेतु सहभागी बने विद्यालय एवं
संस्थाओं में सहयोगी विद्यालय, सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय,
केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, पब्लिक और निजी विद्यालय और विशेष
आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए विद्यालय शामिल हैं।
अध्ययन केंद्रों का प्रत्यायन निर्धारित मानदण्ड के आधार पर
आवेदनों की स्क्रीनिंग और विशेषज्ञों के दलों द्वारा संस्थाओं के
निरीक्षण की कड़ी प्रक्रिया द्वारा किया जाता है। स्कूल के
प्राचार्य/उप प्राचार्य एनआईओएस के अध्ययन केंद्र के रूप में कार्य
कर रहे एआई के समन्वयकों के रूप में कार्य करते हैं। एआई के मुख्य
कार्मिक और शिक्षक अपने सामान्य कार्यों के अलावा अध्ययन केंद्रों
में एनआईओएस कार्यक्रमों के लिए भी कार्य करते हैं।
व्यक्तिगत संपर्क कार्यक्रम
एनआईओएस के शिक्षार्थी स्व-अध्ययन सामग्री का उपयोग करते हुए
स्वयं पढ़ाई करते हैं। यद्यपि उन्हें पढ़ाई के दौरान कुछ समस्याएं
आती हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार से सहायता और मार्गदर्शन की
आवश्यकता होती है। उनके संदेह दूर करने के लिए एनआईओएस सिद्धांत
विषयों के लिए 30 व्यक्तिगत संपर्क कार्यक्रम (पीसीपी) आयोजित करता
है जिनमें से 15 पीसीपी अनिवार्य हैं। जिन विषयों में प्रयोग भी शामिल
हैं, उनमें 5 अतिरिक्त पीसीपी आबंटित किए गए हैं। ये पीसीपी अध्ययन
केंद्र पर शनिवार, रविवार/अन्य अवकाशों अथवा कार्य दिवसों के दौरान
किसी सुविधाजनक समय पर आयोजित किए जाते हैं।